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केले की खेती कर रहे किसानों के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च

एक ही जगह मिलेगी हर चीज की जानकारी

 

केला की खेती करने वाले किसानों की सुविधा के लिए सरकार ने एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है.

 

इसके जरिए किसानों को एक ही जगह पर सारी जानकारी मिल जाएगी. इससे उनका काम आसान होगा और किसान उत्पादन को बढ़ा सकेंगे.

यह ऐप अभी तीन भाषाओं में सेवाएं दे रहा है, आगे जरूरत पड़ने पर इसे अन्य भाषाओं में भी लॉन्च किया जाएगा.

 

ऐप को लॉन्च करने के पीछे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और राष्ट्रीय केला अनुसंधान केंद्र का उदेश्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है.

सेंटर फॉर डेवेलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग, हैदराबाद बाद द्वारा बनाए गए इस मोबाइल ऐप का नाम बनाना प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी (केला- उत्पादन प्रोद्योगिकी) है.

यह ऐप फिलहाल हिंदी, अंग्रेजी और तमिल भाषा में है. किसान इसे गूगल प्ले स्टोर से अपने स्मार्ट मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकते हैं.

 

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किसानों को इन बातों की मिलेगी जानकारी

इस ऐप के जरिए किसानों को जलवायु संबंधी आवश्यक जानकारी, मृदा संबंधी आवश्यकताएं, पौध रोपण सामग्री, रोपाई, जल प्रबंधन, पोषक तत्व प्रबंध, उर्वरक समायोजन समीकरण, केले की खेती संबंधित अन्य अंत: क्रियाएं, फलों का परिपक्व होना व फल गुच्छों की कटाई और फलोत्पादन समेत कई अन्य तरह की जानकारी मिलेंगी.

 

 

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हर विषय पर मिलती है विस्तृत जानकारी

ऊपर बताए गए सभी विषयों को हिंदी, तमिल और अंग्रेजी की भाषा में मोबाइल ऐप में जोड़ा गया है.

जिस विषय में आपको जानकारी चाहिए, उस पर क्लिक कर आप उस संबंध में अपनी पसंद की भाषा में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. किसानों के हित में हर विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई है.

 

भारत उत्पादन में नंबर एक लेकिन निर्यात में पीछे

भारत हर साल करीब 2.75 करोड़ टन केले का उत्पादन करता है. केला उत्पादन के मामले में भारत का स्थान विश्व में पहला है.

दूसरे नंबर पर चीन है, जहां प्रतिवर्ष 1.2 करोड़ टन उत्पादन होता है. इसके बाद फिलीपिंस का नंबर है. भारत उत्पादन में भले ही पहले स्थान पर हो लेकिन निर्यात में हम काफी पीछे हैं.

भारत में खपत ज्यादा होने के चलते निर्यात कम हो पाता है. दुनिया में सबसे ज्यादा केले का निर्यात फिलीपिंस, इक्वाडोर और वियतनाम करते हैं. भारत इस मामले में चौथे नंबर पर है.

 

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