राजधानी में 7.6 डिग्री लुढ़का दिन का तापमान
शुक्रवार से और बढ़ेंगी वर्षा की गतिविधियां।
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी मिलने का सिलसिला शुरू होने से मध्यप्रदेश में वर्षा की गतिवधियों में तेजी आने लगी है।
इसी क्रम में गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रीवा में 25, सतना में 24, छिंदवाड़ा में 16, सिवनी में 13, नरसिंहपुर में 11, सागर में 7, खजुराहो में 5, मंडला में 4, सीधी में 3, पचमढ़ी, गुना और खरगोन में 2, जबलपुर में 1.5, भोपाल में 1.4, मलाजखंड में 1 मिलीमीटर बरसात हुई।
इससे पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट हुई।
भोपाल में दिन का तापमान 7.6 डिग्रीसेल्सियस लुढ़क गया।
मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार-शनिवार को भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में कई स्थानों पर एवं उज्जैन, इंदौर, चंबल और ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना जताई है।
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मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 30.2 डिग्रीसेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से दो डिग्रीसे.कम रहा।
साथ ही बुधवार के अधिकतम तापमान (37.8 डिग्रीसे.) की तुलना में 7.6 डिग्रीसे.कम रहा। न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्रीसे. दर्ज किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्रीसे. अधिक रहा।
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में पूर्वी उत्तरप्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
झमाझम बारिश होने की संभावना
उधर बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्रा और दक्षिणी ओडिशा के बीच हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने लगा है।
इन दो सिस्टम के कारण मप्र में नमी आने लगी है। इससे वर्षा की गतिविधियों में तेजी आने लगी है। शुक्रवार से बारिश का सिलसिला और बढ़ेगा।
बंगाल की खाड़ी में बन रहे सिस्टम के 11 जुलाई को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है।
इससे 12-13 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश होने की संभावना है।
इस बीच 10 जुलाई से मानसून के भी आगे बढ़ने के आसार बन रहे हैं।
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