खेती में ड्रोन का उपयोग बढ़ता जा रहा है। किसान ड्रोन की मदद से ना केवल नैनो उर्वरकों एवं दवाओं का छिड़काव फसलों पर कर सकते हैं बल्कि बीज लगाने में भी ड्रोन का उपयोग कर सकते हैं।
इस कड़ी में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी इंदौर को हरित बनाने के लिए अब ड्रोन की मदद ले रहे हैं।
सांसद लालवानी ने विभिन्न क्षेत्रों में पीपल के बीजों का रोपण किया है। इंदौर के ड्रोन बनाने वाले स्टार्टअप पाइज़र्व टेक्नोलॉजी द्वारा अनोखा ड्रोन तैयार किया है।
विश्व रिकॉर्ड
सांसद ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत इंदौर ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
साथ ही कई इलाके ऐसे होते हैं जहां पर प्रत्यक्ष रूप से पेड़ लगाना संभव नहीं होता इसलिए इंदौर के स्टार्टअप के बारे में जब मुझे जानकारी मिली तो हमने पीपल के बीजों का रोपण ऐसी जगह पर किया जहां पेड़ लगाना मुश्किल काम है।
सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला पेड़ है पीपल
इंदौर के सांसद लालवानी ने कहा कि बारिश का मौसम बीजारोपण के लिए सबसे अनुकूल होता है।
पीपल सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला वृक्ष माना गया है इसलिए पीपल लगाने की कोशिश की गई है।
सांसद लालवानी ने बताया कि ड्रोन से बीज लगाने की तकनीक के माध्यम से इंदौर के आसपास कई क्षेत्रों को हरा-भरा किया जा सकता है और कृषि के क्षेत्र में भी इसकी अथाह संभावनाएँ है।
पाइज़र्व टेक्नोलॉजी के सीटीओ अभिषेक मिश्रा ने बताया की ड्रोन से सीधे बीजरोपण करने का प्रयोग भारत में पहली बार हुआ है।
इससे पहले सीड बॉल गिराने के प्रयोग हुए हैं। साथ ही ये पूरी तरह से मेड इन इंडिया ड्रोन है और हमने उसे बीजारोपण के लिए अपग्रेड किया है।
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