सब्जी बेचने वाले के हाथ लगी खजाने की चाबी, महीने के 10 लाख कमा रहे और 100 लोगो को दी नौकरी, जानिए कैसे एक सब्जी व्यापारी दिल्ली से गांव लौटकर कर रहे लाखों में कमाई…
लाखों में कर रहे कमाई
आज हम एक ऐसे व्यक्ति की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जो कि पहले तो दिल्ली में सब्जी फल आदि की बिक्री करते थे। लेकिन अब वह अपने गांव बिहार लौटकर कुछ कमरे में ही ऐसा कमाल कर रहे हैं कि वह महीने के 10 लाख रुपए सारा खर्चा निकालने के बाद भी कमा रहे हैं और कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।
मशरूम की खेती से तगड़ी कमाई
दरअसल, हम एक ऐसे उद्यमी की बात कर रहे हैं जो की मशरूम की खेती करके मालामाल हो रहे हैं। यह बिहार के रहने वाले हैं इनका नाम शशि भूषण तिवारी है।
पहले ये दिल्ली में सब्जी-फल की बिक्री करते थे। लेकिन अब बटन मशरूम की खेती करते हैं। जिसमें शुरुआत तो उन्होंने एक छोटे से कमरे से की थी लेकिन इस फार्मिंग में उन्हें इतना ज्यादा फायदा हुआ कि आज उन्होंने अपना व्यवसाय फैला के 20 कमरों तक कर लिया है और इससे यह प्रतिदिन करीब 1.8 टन मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं।
जिससे उन्हें एक दिन का ₹200000 और महीने के सारे खर्चे हटाकर भी करीब 10 लाख रुपए की कमाई हो रही है। यानी की छप्पर फाड़ यह कमाई कर रहे हैं।
साथ ही लागत कम करने के लिए भी इन्होंने दिमाग लगाया है तो चलिए जानते हैं कि खर्चा कम करने के लिए यह क्या करते हैं और कितने लोगों को इन्होंने रोजगार दिया हुआ है।
ऑनलाइन मशरूम की बिक्री
शशि भूषण जी व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ऑनलाइन काम शुरू किया है। जिसमें वह डिब्बा बंद मशरूम बेच रहे हैं और आगे अब वह इसे विदेश में भी निर्यात करना चाहते हैं।
उन्होंने लाइसेंस भी बनवा लिया है और जल्द वह दूसरे देशों में भी इस मशरूम को बेचेंगे। इसके अलावा आपको बता दे की लागत को कम करने के खातिर वह खुद भी मशरूम के इस स्पॉन बनाते हैं। उनका मशरूम का कैनिंग प्लांट भी है। चलिए जाने बेरोजगारी की समस्या कैसे दूर कर रहे है।
लोगो को मिल रहा रोजगार
शशि भूषण जी खुद ही बस नहीं कमाते बल्कि उन्होंने 100 लोगों को और रोजगार दिया हुआ है। जिसमें उन्होंने महिलाओं, पुरुषों और पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी पार्ट टाइम जॉब दिया है। जिससे वह भी इस व्यवसाय को सीख सके।
इस तरह यहां पर आपको बटन मशरूम के व्यवसाय से होने वाले मुनाफे की जानकारी दी गई है तो अगर आप भी अपने घर से कुछ बड़ा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है।
यह भी पढ़े : मध्यप्रदेश में फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि बढ़ी