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सरकार किसान के कौशल विकास के लिए कौन-कौन सी योजनाएं चला रही है?

असली किसान बनकर करेंगे ताबड़तोड़ कमाई

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सरकार की यह 3 योजनाएं करती हैं कौशल का विकास।

खेती-किसानी आधुनिक तरीके से करके कई किसान अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। इसीलिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है और तरह-तरह की योजनाएं लाकर उनके कौशल का विकास कर रही है।

जिसमें आज हम आपको तीन योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। यह योजनाएं किसान की आय और कौशल को बढ़ाने के लिए चलाई जा रही है। इससे किसान खेती करके, पशुपालन करके आमदनी बढ़ा सकते हैं।

 

कौशल विकास करने वाले 3 सरकारी योजनाएं

नीचे लिखी तीन योजनाएं खेती किसानी के अलग-अलग क्षेत्र में किसानों के कौशल का विकास करने उनके आय के साधन बढ़ाने और आधुनिक तरीके से खेती पशुपालन करने के बारे में सिखाती है।

 

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना किसानों के लिए एक लाभकारी योजना है। इस योजना की शुरुआत साल 2015 में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा की गई थी।

जिसका उद्देश्य एक करोड़ से ज्यादा किसानों को प्रशिक्षित करना था। जिसमें खेती किसानी से जुड़े कई स्किल भी बढ़ाने थे।

जैसे की जैविक खेती, डेरी फार्म और फूड प्रोसेसिंग के कौशल को सिखाना था। इस योजना में चाहते थे कि गांव के जो युवा है वह रोजगार प्राप्त कर सके, अपने काम को नए तरीके से करके ज्यादा आमदनी ले सके।

 

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना शानदार योजना है। इस योजना की शुरुआत साल 2014 में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा की गई थी।

इस योजना के अंतर्गत गरीब परिवार के युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार मिलता है। इस योजना के अंतर्गत उन्हें खेती किसानी से जुड़े कार्य सिखाए जाते हैं।

इसमें बागवानी और कृषि के साथ-साथ पशुपालन की भी ट्रेनिंग मिलती है। जिससे इन क्षेत्रों में युवा किसान अच्छा काम करके ज्यादा कमाई कर सके।

 

कौशल भारत कार्यक्रम यह भी एक जबरदस्त योजना है। इसके अंतर्गत प्रोडक्शन और आमदनी के स्तर को पहले से कई गुना आगे बढ़ाना है, इसमें सुधार करना है।

कृषि क्षेत्र में स्किल वर्क फोर्स बनाना है और खेती के अलावा अन्य क्षेत्रों के बारे में भी ट्रेनिंग दिया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं की स्किल को बढ़ाना है।

उन्हें स्किल ट्रेनिंग देना है। इसकी शुरुआत भारत सरकार द्वारा 2015 में की गई थी। इस तरह केंद्र सरकार का यही उद्देश्य है कि किसान आधुनिक तरीके से भी खेती-किसानी करें और खेती को एक अलग मुकाम पर लेकर जाए।

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