जानें क्या है इसकी खासियत
कंपनी ने इंडियन ट्रैक्टर मार्केट में अपना सीएनजी सीबीजी ट्रैक्टर वर्जन महिंद्रा YUVO TECH+ 575 ट्रैक्टर को प्रदर्शित किया है.
भारतीय किसानों के लिए यह एक बेहतरीन ट्रैक्टर साबित हो सकता है. अपने शानदार फीचर्स के कारण यह ट्रैक्टर भारतीय किसानों के बीच अपनी अच्छी पकड़ बना सकता है.
देश में छोटे और सीमांत किसानों की संख्या अधिक है, जिनके पास छोटी जोत की जमीन है. उन किसानों के लिए बड़ा ट्रैक्टर खरीद पाना और उसका रख-रखाव करना महंगा साबित होता है.
ऐसे में इस किसानों की समस्याओं को देखते हुए बाजार में जल्द ही कम खर्च और लागत वाले ट्रैक्टर्स को लॉन्च किए जाने की तैयारी चल रही है.
देश की एक बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी इसके लिए काम कर रही है. कंपनी का लक्ष्य की भारतीय किसानों के लिए एक ऐसा ट्रैक्टर लॉन्च करने का है जो कंपन रोधी है.
बता दें की हाल ही में महिन्द्रा कंपनी ने देश का पहला ट्रैक्टर पेश किया है जो सीएनजी और सीबीजी से चलता है.
महिन्द्रा लगातार इस तरह के ट्रैक्टर बनाने पर फोकस कर रहा है. हाल ही में कंपनी ने इंडियन ट्रैक्टर मार्केट में अपना सीएनजी सीबीजी ट्रैक्टर वर्जन महिंद्रा YUVO TECH+ 575 ट्रैक्टर को प्रदर्शित किया है.
भारतीय किसानों के लिए यह एक बेहतरीन ट्रैक्टर साबित हो सकता है. अपने शानदार फीचर्स के कारण यह ट्रैक्टर भारतीय किसानों के बीच अपनी अच्छी पकड़ बना सकता है.
सीएनजी वाला ट्रैक्टर
महिंद्रा जो ट्रैक्टर पेश करने जा रही है वो सीएनजी से चलेगी. आम तौर पर ट्रैक्टर डीजल से चलता है. कई ऐसी कंपनियां हैं जो इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पर भी काम कर रही है. लेकिन महिंद्रा का फोकस सीएनजी पर है ताकि खेती को और आराम दायक बनाया जा सके.
हालांकि कंपनी ने एक सीएनजी से चलने वाला वर्जन को प्रदर्शित किया है. लेकिन इस ट्रैक्टर की लॉन्चिंग नहीं हुई है.
पर जल्द ही महिंद्रा इस ट्रैक्टर को बाजार में उतारने वाली है और किसान इसे खरीद पाएंगे.
इस ट्रैक्टर की खासियत
- महिंद्रा YUVO TECH+ 575 ट्रैक्टर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि चलने पर यह बिल्कुल आवाज नहीं करता है. इसके अलावा अन्य ट्रैक्टर की तरह इसमें वाइब्रेशन भी महसूस नहीं होता है. इससे ड्राइवर को खेतों में और उबड़ खाबड़ रास्ते में इसे चलाने में परेशानी नहीं होती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी सीएनजी से चलने वाले ट्रैक्टर को 45-50 हॉर्स पावर वाले ट्रैक्टरों के रेंज में पेश कर सकती है.
- इस ट्रैक्टर में चार सिलेंडर होंगे जिनकी कैपेसिटी 22 किलोग्राम तक की होगी. इस सीएनजी ट्रैक्टर में डीजल के बराबर का पावर और टॉर्क देखने के लिए मिल सकता है. एक बार टंकी फूल होने के बाद डीजल ट्रैक्टर 10 घंटे तक काम करती है जबकि सीएनजी टैंक की सिंगल रिफ्यूलिंग करने पर यह पांच से साढ़े पांच घंटे तक काम कर सकता है. हालांकि कंपनी इसकी क्षमता सुधारने का प्रयास कर रही है.
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