हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

इस वर्ष 4443 हेक्टेयर क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये से अधिक के अनुदान पर की जाएगी बांस की खेती

 

अनुदान पर बांस की खेती

 

कम समय में लकड़ी के लिए तैयार होने वाले पौधों में बांस महत्वपूर्ण है | 

बांस की खेती कम समय में अधिक मुनाफा देने के लिए जानी जाती है |

इसकी खेती में एक और भी खासियत यह है की इसकी एक बार बुवाई के बाद सालों–साल बुवाई करने की जरूरत नहीं होती है |

किसानों की आमदनी बढ़ाने में बांस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है |

 

किसानों का बांस के प्रति रुझान लाने तथा अधिक से अधिक खेती करने के लिए सरकार सब्सिडी के रूप में प्रोत्साहन भी किसानों को दे रही है |

केंद्र सरकार ने देश भर में बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय बांस मिशन की शुरुआत की है |

मध्य प्रदेश में भी बांस की खेती पर अनुदान दिया जा रही है तथा इसकी खेती में लगतार वृद्धि हो रही है |

7.20 करोड़ रूपये का दिया गया अनुदान

मध्य प्रदेश के वन मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि मध्य प्रदेश मिशन बोर्ड द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में 3,597 किसानों द्वारा 3520 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस रोपण किया गया था |

इन किसानों को तकरीबन 7 करोड़ 20 लाख रूपये की सब्सिडी (अनुदान) उपलब्ध कराया गया |

स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से 83 स्व-सहायता समूहों द्वारा मनरेगा में 1020 हेक्टेयर क्षेत्र में रोपण किया गया |

 

4443 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा बाँस रोपण

वन मंत्री डॉ. शाह ने बताया कि चालु वित्तीय साल में 3 हजार से ज्यादा किसानों द्वारा 4,443 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस रोपण किय जा रहा है |

इसके लिए 10 करोड़ 60 लाख रूपये का अनुदान दिया जाएगा |

इसी तरह पिछले साल में इस साल 46 और स्व-सहायता समूहों को जोड़ा गया है |

सी तरह कूल 129 स्व-सहायता समूहों द्वारा 2428 हेक्टेयर क्षेत्र में बांस रोपण किया जा रहा है |

 

बांस की खेती से कितना लाभ होता है ?

यह एक ऐसा पौधा है जो कम समय में तैयार हो जाता है | इसकी खेती बहुत ही आसानी और कम खर्चे में हो जाती है |

बांस लगाने के चौथे साल से प्रति भिर्रा न्यूनतम 10 बांस तकरीबन 40 फीट लम्बे हो जाते हैं |

इस तरह 40 हजार पौधे से इतने ही बांस उपलब्ध हो जाते हैं | प्रति बांस 100 रूपये के हिसाब से बिकता है |

इनकी बिक्री से 40 लाख रूपये की फसल हितग्राही को मिल सकती है | इसके अलावा बांस के पत्ते से वर्मी कम्पोस्ट बनाया जा सकता है |

बांस प्रति एकड़ एक वर्ष में 1,000 क्विंटल पत्ती उपलब्ध कराती है |

 

कितना अनुदान दिया जाता है ?

रष्ट्रीय बांस मिशन के तहत बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी उपलब्ध करवाई जा रही है |

बांस की खेती पर हितग्राही को प्रति पौधा 120 रूपये का अनुदान तीन वर्ष में मिलता है |

पहले साल 60 रूपये, दुसरे साल 36 रूपये और तीसरे साल 24 रूपये का अनुदान मिलता है |

 

किसान बांस की खेती के लिए कैसे आवेदन करें ?

बांस की खेती पर अनुदान प्राप्ति के लिए किसान को ऑनलाइन आवेदन करना होगा |

किसान अपना आवेदन आँन–लाइन पोर्टल के माध्यम से ebamboobazor.com से आवेदन कर सकते हैं |

इसके अलावा किसान स्थानीय वनाधिकारी के कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं |

 

यह भी पढ़े : तेजी से बढ़ रहे सरसों के दाम के चलते पैदावार में हो सकता है इजाफा

 

यह भी पढ़े : कृषि उपज की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने की ये बड़ी पहल

 

यह भी पढ़े : ज्यादा मुनाफा कमाना है तो करें इन 5 सब्जियों की खेती

 

source

 

शेयर करे