मंडी में नीलामी बंद रहेगी
गेहूं के बढ़ते दामों से जहां किसानों को अच्छे दाम मिल रहे थे।
वहीं व्यापारी भी खुश नजर आ रहा था। लगभग तीन वर्ष बाद गेहूं के दाम में इतनी तेजी देखी गई।
उपज की तेजी से किसान एवं व्यपारी दोनों प्रसन्ना थे। केंद्र सरकार द्वारा गेहूं विदेश भेजने पर अचानक प्रतिबंध की घोषणा कर दी, जिससे गेहूं का व्यापार धराशाई हो गया।
कृषि उपज मंडी पिपरिया के अनाज व्यापारी संघ के सदस्यों द्वारा मध्य प्रदेश एकल अनाज दलहन तिलहन व्यपारी संघ के आह्वान पर 17 से 18 मई दो दिवसीय हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
अनाज व्यापारी संघ द्वारा मंडी सचिव को पत्र लिखकर सूचित किया गया है कि व्यापारियों द्वारा मंगलवार एवं बुधवार को मंडी में नीलामी स्थगित रखी जाएगी।
गेहूं के दाम समर्थन मूल्य से अधिक चल रहे थे
केंद्र सरकार द्वारा गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध की घोषणा से सबसे ज्यादा किसानों को घाटा होगा।
अभी मंडी में गेहूं के दाम समर्थन मूल्य से अधिक चल रहे थे।
जिसका फायदा किसानों को मिल रहा था, लेकिन अब दाम समर्थन मूल्य से काफी नीचे आ गए हैं जिससे किसान अब अपना माल सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचने को मजबूर हो गया है।
source : naidunia
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