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चक्रवाती तूफान गुल-आब के असर से मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश के आसार

 

तूफान के बाद फिर बंगाल की खाड़ी में बनेगा एक और सिस्टम।

 

बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘गुल-आब” में तब्दील हो गया है।

इसके रविवार काे रात में आंध्रप्रदेश में मछली पटनम और गोपालपुर के बीच टकराने की संभावना है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तूफान के असर से रविवार से मध्यप्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र स्थित भोपाल, जबलपुर, इंदौर, होशंगाबाद, उज्जैन संभागों के जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है

इनमें से कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा भी हाे सकती है।

 

मिलीमीटर बारिश हुई

मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले 24 घंटाें के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक खंडवा में 97, इंदौर में 48, छिंदवाड़ा में 44.2, सिवनी में 41.4, धार में 39.2, नरसिंहपुर में 32, खजुराहाे में 26.8, रतलाम में 25, दमाेह में 22, शाजापुर में 21, पचमढ़ी में 18, हाेशंगाबाद में 14.8, रीवा में 10.2, बैतूल में 7.2, रायसेन में 6.4, खरगाेन में 5.2, उमरिया में 4.2, ग्वालियर में 3.8, भाेपाल शहर में 3.3, उज्जैन में 1.8, जबलपुर में 0.2, सागर में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई।

 

अधिकांश जिलों में बौछारें पड़ रही हैं

साहा के मुताबिक वर्तमान में उत्तर मप्र पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। मानसून ट्रफ भाेपाल से होकर गुजर रहा है।

अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र अब हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बन गया है।

जिसके चलते मिल रही नमी के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों में बौछारें पड़ रही हैं।

 

गुल-आब के पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ने की संभावना

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि चक्रवाती तूफान गुल-आब के आंध्रप्रदेश और आेडीशा के बीच तट से टकारने के बाद पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है।

रविवार को तूफान के तट से टकराने के बाद मौजूदा सभी वेदर सिस्टम भी तूफान में ही मर्ज हो जाएंगे।

तूफान के असर से पूरे रविवार से प्रदेश में बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है।

विशेषकर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, होशंगाबाद, उज्जैन संभागों के जिलों में तेज बौछारें पड़ेंगी।

रीवा, सागर, शहडाेल, ग्वालियर, चंबल संभागाें के जिले में हल्की बौछारें पड़ने के आसार हैं।

उधर 29 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है।

इस तरह अक्टूबर माह की शुरुआत में भी बारिश हाेने की उम्मीद है।

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