किसानों से नहीं ली जाएगी हम्माली और तुलावटी की राशि
कृषक कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा है कि प्रदेश में किसानों को लाभान्वित करने के लिये समन्वित प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि रबी उपार्जन कार्य में किसानों से मण्डियों में हम्माली और तुलावटी की राशि नहीं ली जाएगी। श्री पटेल ने कहा कि वर्तमान में विभिन्न मण्डियों में हम्माली और तुलावटी की पृथक-पृथक दरें निर्धारित हैं। इन्हें एकीकृत करने पर सरकार विचार कर रही है। उन्होंने बताया कि रबी उपार्जन के अंतर्गत मण्डी में सौदा-पत्रक के जरिये भी किसान व्यापारियों को सीधे अपनी उपज बेच सकेंगे।
चना एवं मसूर की समर्थन मूल्य पर खरीदी 29 अप्रैल से
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वर्तमान में प्रदेश में चल रहे गेहूँ उपार्जन कार्य के साथ ही आगामी 29 अप्रैल से चना एवं मसूर की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ की जाएगी। श्री चौहान ने निर्देश दिये कि इसके लिए सभी जिलों में आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएं। गाइड लाइन, लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए यह कार्य प्रारंभ कराया जाए। श्री चौहान भोपाल स्थित मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में रबी उपार्जन कार्य एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
3 लाख 72 हजार किसानों से 16 लाख 73 हजार एमटी गेहूं खरीदी
गेहूँ उपार्जन के विषय में प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के सभी उपार्जन केन्द्रों पर अभी तक 3 लाख 72 हजार किसानों से 16 लाख 73 हजार एमटी गेहूं खरीदी गया है। किसानों को त्वरित भुगतान के लिए 560 करोड़ रूपये की राशि बैंकों को भिजवा दी गई है, जिसमें से 36 करोड़ रूपये किसानों के खातों में पहुंच चुके हैं।
फर्जी एसएमएस भेजने पर समिति सेवक निलंबित
बैठक में बताया गया कि श्योपुर में एक सहकारी समिति सेवक ने किसानों को फर्जी एसएमएस भेज कर उपार्जन केन्द्र पर बुलाने का एक प्रकरण सामने आया है। इससे वहाँ उपार्जन केन्द्र पर किसानों की भीड़ लगी। मामले में समिति सेवक को निलंबित कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
सीमित संख्या में भेजे जा रहे हैं एसएमएस
प्रमुख सचिव कृषि श्री अजीत केसरी ने चना, मसूर की खरीदी के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए प्रतिदिन 6-6 किसानों को एसएमएस भेजे जा रहे हैं। इससे लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अधिकांश जिलों में सरसों की खरीदी भी प्रारंभ की जा रही है।
शेयर करे