टरफा क्या है…?
प्रदेश की धान बेल्ट में दलहनी फसलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (दलहन) के तहत 19 जिलों में टारगेटिंग राइस फेलो एरिया (टरफा) योजना चलाई जा रही है।
इसके तहत विभिन्न घटकों में वर्ष 2022-23 में लगभग 72 करोड़ 21 लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
टरफा के तहत फसलें
प्राप्त जानकारी के मुताबिक टरफा के तहत धान के रकबे को कम कर दलहनी फसलें जैसे- चना, मसूर को प्रोत्साहन देकर उत्पादन बढ़ाने की कवायद की जा रही है।
इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा 60 प्रतिशत एवं राज्य सरकार द्वारा 40 प्रतिशत के अनुपात में राशि व्यय की जाती है।
टरफा के तहत समूह प्रदर्शन, प्रमाणित बीज वितरण, पौध संरक्षण एवं मृदा प्रबंधन एवं सिंचाई उपकरणों पर अनुदान दिया जाता है।
टरफा के जिले
- टरफा के जिले- कटनी
- बालाघाट,
- छिंदवाड़ा,
- सिवनी,
- डिण्डोरी,
- मण्डला,
- नरसिंहपुर,
- दमोह,
- पन्ना,
- रीवा,
- सीधी,
- सिंगरौली,
- सतना,
- शहडोल,
- उमरिया,
- अनूपपुर,
- रायसेन,
- होशंगाबाद एवं बैतूल।
टरफा के तहत अनुदान
अनुदान- टरफा योजना के तहत समूह प्रदर्शन में चना, मसूर के लिए 9000 रुपये प्रति हेक्टेयर, प्रमाणित बीज वितरण के तहत 5000 रुपये प्रति क्विंटल, पौध संरक्षण एवं मृदा प्रबंधन के तहत सूक्ष्म पोषक तत्व एवं पौध संरक्षण रसायन में 500 रुपये प्रति हे.,
जिप्सम या सल्फर में 750 रुपये प्रति हे., जैविक उर्वरक में 300 रुपये प्रति हे. तथा चूना में 1000 रु. प्रति हेक्टेयर अनुदान देय है।
इसी प्रकार सिंचाई उपकरणों के लिए स्प्रिंकलर सेट पर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अनुसार 19542 रुपये से 21901 रुपये प्रति हेक्टेयर तथा पाईप लाईन के लिए लागत का 50 प्रतिशत जो भी कम हो या 50 रुपये प्रति मीटर एचडीपीई पाईप के लिए 15000 रुपये प्रति किसान लाभार्थी अनुदान देय है।
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