खरीफ एवं रबी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, बेमौसम बारिश, पाला, जल भराव, ओला वृष्टि आदि से काफी नुकसान हो जाता है।
- ऐसे में किसानों को जायद में लगाई जाने वाली फसल से काफी उम्मीदें रहती है।
- ऐसे में यदि किसान को इसका उचित मूल्य न मिले तो उन्हें घाटा होने की भी सम्भावना रहती है।
- ऐसे में मध्य प्रदेश के किसानों के लिए राहत भरी खबर आई है।
किसानों को होगा फ़ायदा
मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्री परिषद की बैठक में सरकार ने किसानों के द्वारा गर्मी में लागी जाने वाली मूंग एवं उड़द फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर करने का निर्णय लिया है।
मंत्री परिषद की बैठक में ग्रीष्मकालीन मूंग समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने” एवं “मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना” को स्वीकृति प्रदान की है।
होगा दोगुना फायदा
मध्य प्रदेश के किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने इसको लेकर कहा कि ग्रीष्मकालीन मूंग समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने से किसानों को लगभग दोगुना फायदा होगा।
गत वर्ष मॉर्केट में ग्रीष्मकालीन मूंग की बिक्री लगभग 4 हजार रूपये प्रति क्विंटल हो रही थी।
सरकार ने समर्थन मूल्य पर 7 हजार 225 रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की थी।
मंत्री श्री पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में सरकार ने इस बार भी वर्ष 2023-24 के लिये किसानों से ग्रीष्मकालीन मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने का किसान हितैषी निर्णय लिया है।
किस भाव पर मूंग एवं उड़द ख़रीदेगी सरकार
प्रति वर्ष केंद्र सरकार द्वारा देश भर में रबी एवं खरीफ सीजन में उपजाई जाने वाली विभिन्न फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP की घोषणा की जाती है।
जिस पर ही देश के अलग-अलग राज्यों में इन फसलों की खरीदी की जाती है।
केंद्र सरकार ने पिछले खरीफ सीजन में मूंग के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 7,755 रुपए प्रति क्विंटल एवं उड़द के लिए 6,600 रुपए प्रति क्विंटल का भाव तय किया था।
सरकार द्वारा इस जायद सीजन में इस भाव पर ही मूंग एवं उड़द की खरीदी की जाएगी।
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