काली हल्दी में साधारण हल्दी की तुलना में काफी ज्यादा औषधीय गुण होते हैं.
काली हल्दी
Black Turmeric: हल्दी का नाम सुनते ही आपके ख्याल में पीला रंग आता होगा लेकिन क्या आप जानते हैं हल्दी काले रंग की भी होती है.
इस रंग की हल्दी की बाजार में कीमत पीली हल्दी की तुलना में बहुत अधिक होती है.
इसका इस्तेमाल ज्यादातर आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में किया जाता है.
आपको बता दें काली हल्दी, पीली हल्दी के मुकाबले में ज्यादा विटामिन्स और मिनिरल्स पाए जाते हैं.
पानी की निकासी
काली हल्दी की खेती भुरभुरी और दोमट मिट्टी में की जाती है. इसे कम निकासी वाली मिट्टी की जरुरत होती है.
बारिश वाली जगह पर इसकी खेती करना असंभव होता है.
किसान भाई इसकी खेती के लिए एक अच्छी जगह का चुनाव करें, जहां नियमित रुप से धूप भी आती रहें.
इसके साथ ही इसकी खेती करने के लिए किसान ऐसे खेत का चुनाव करें जहां जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो.
औषधीय गुण
काली हल्दी का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाओं को बनाने में किया जाता है.
यह अस्थमा, एंटीऑक्सिडेंट, एंटीफंगल, एंटी- कॉन्वेलसेंट, एनाल्जेसिक, एंटीबैक्टीरियल और अल्सर जैसे रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
इसके अलावा इस देशी दवा के तौर पर निमोनिया, खांसी, बुखार और अस्थमा जैसी बीमारियों में भी उपयोग किया जाता है.
कमाई
बाजार में काली हल्दी की कीमत 1000 रुपये से लेकर 4000 रुपये तक होती है. अगर आप इसकी खेती करते हैं तो यह आपके लिए एक काफी अच्छे मुनाफे का सौदा हो सकता है.
काली हल्दी के औषधीय गुणों के कारण बाजार में इसकी मांग और कीमत दोनों बहुत अधिक है.
अगर इसकी खेती आप एक हेक्टेयर के खेत में करते हैं तो काली हल्दी की करीब 2 क्विंटल बीज लगेगें.
इसके एक एकड़ के खेत में करीब सत्तर क्विंटल तक का उत्पादन किया जा सकता है और आप आराम से काली हल्दी की खेती कर 40 से 50 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.