सितंबर की खेती
किसान भाई अगर सितंबर महीने में इन सब्जियों को लगाते हैं तो अगले कुछ हफ्तों में उन्हें उत्पादन मिलने लगेगा और अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता है.
सितंबर महीने से रबी फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है, साथ ही ये महीना सब्जियों की खेती का भी है.
अगर आप सब्जी लगाने की सोच रहे हैं तो बंपर उत्पादन के लिए सितंबर महीने में इन सब्जियों की खेती कर सकते हैं.
ये सब्जियों मौसमी होने के कारण स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी मानी जाती हैं.
किसान भाई अगर सितंबर महीने में इन सब्जियों को लगाते हैं तो अगले कुछ हफ्तों में उन्हें उत्पादन मिलने लगेगा और अच्छा मुनाफा भी कमाया जा सकता है.
तो आइए जानते हैं सितंबर महीने ऐसी 5 कौन सी सब्जियां हैं जिनसे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.
ब्रोकली
गोभी की तरह दिखने वाले ब्रोकली की मांग बाजार में धीरे-धीरे बढ़ रही है.
इसे दिल का डॉक्टर का कहा जाता है. ऐसे में इसकी कीमत भी ज्यादा होती है. बाजार में 50 से 100 रुपए किलो के आसपास बिकता है.
इसकी खेती सितंबर में शुरू हो जाती है. इसे लगाने के लिए पहले नर्सरी डाल दीजिए फिर रोपाई शुरू करिए.
रोपने लायक तैयार होने में 4 से 5 सप्ताह लग जाते हैं. 60 से 90 दिनों में ब्रोकली की फसल तैयार हो जाती है.
हरी मिर्च
शायद कोई सब्जी ऐसी हो जो बिना मिर्च के बनती हो. ऐसे में ये एक सब्जी है जिसकी मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है.
सितंबर में इसकी बुवाई शुरू हो जाती है. इसके लगाते समय इस बात का ध्यान जरूर दें कि खेत में पानी लगने की समस्या ना हो.
ऐसे बीज का चयन करें जो रोग प्रतिरोधी हों.
पपीता
पपीता की खेती में नुकसान की आशंका सबसे कम होती है.
किसान इसे कच्चा सब्जी की तरह और पकाकर फल की तरह बेच सकते हैं.
अगर वायरस दिखे तो नीम के तेल से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.
बेड विधि से लगाने में पैदावार ज्यादा होगी और मुनाफा भी अच्छा होगा.
बैंगन
सितंबर में जिन सब्जियों की खेती होती है, उसमें बैंगन भी है.
आसानी से उगाई जाने वाली ये सब्जी सीजन में अच्छा मुनाफा देती है.
इसकी खेती ऑर्गेनिक तरीके से करें तो इसे बड़ी आसानी से रोगों से बचाया जा सकता है.
शिमला मिर्च
शिमला मिर्च भी एक सब्जी है जिसकी मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है.
सितंबर तक इसकी नर्सरी तैयार हो जाती है और अब इसे लगाने का समय होता है.
इससे ज्यादा मुनाफा लेने के लिए सितंबर तक इसे लगा ही देना चाहिए.
बीज खरीदते समय ध्यान दें कि वह रोग प्रतिरोधी जरूर हो.
यह भी पढ़े : तेजी से बढ़ रहे सरसों के दाम के चलते पैदावार में हो सकता है इजाफा
यह भी पढ़े : कृषि उपज की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने की ये बड़ी पहल
यह भी पढ़े : लेमनग्रास की खेती से होने वाली कमाई की पूरी गणित समझिए
शेयर करे