अब 92 लाख हेक्ट. में हुई बोनी
प्रदेश में मानसून की बेरूखी के कारण खरीफ फसलों की बुवाई पिछड़ती जा रही है।
हालांकि इस वर्ष मानसून राज्य में 1 सप्ताह पहले आया था परन्तु इसके बाद गायब हो गया है जो अब तक नहीं लौटा।
मानसून के इंतजार में कई किसानों ने अब तक बोनी नहीं की है तथा जिन किसानों ने बोनी कर दी है वे मानसूनी वर्षा का इंतजार कर रहे हैं।
म.प्र. की प्रमुख खरीफ फसल सोयाबीन की बुवाई अब तक 41.86 लाख हेक्टेयर में हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध 68 फीसदी है।
गत वर्ष इस अवधि में सोयाबीन 51.17 लाख हे. में बोई गई थी।
वहीं राज्य में कुल खरीफ फसलों की बोनी 92.58 लाख हेक्टेयर में हो गई है जो 149.29 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध 62 फीसदी हुआ है।
गत वर्ष इसी अवधि में खरीफ फसलें 99.19 लाख हेक्टेयर में बोयी जा चुकी थी ।
लक्ष्य 61.65 लाख हेक्टेयर रखा गया
कृषि विभाग के मुताबिक राज्य में खरीफ फसलों का सामान्य क्षेत्र 118.50 लाख हेक्टेयर है।
इस वर्ष 149.29 लाख हेक्टेयर में फसलें लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अब तक 92.58 लाख हेक्टेयर में बोनी हो गई है।
इसमें राज्य की प्रमुख तिलहनी फसल सोयाबीन की बोनी 41.86 लाख हेक्टेयर में कर ली गई है जबकि लक्ष्य 61.65 लाख हेक्टेयर रखा गया है।
राज्य में कितनी बुआई हुई है..?
राज्य की दूसरी प्रमुख खरीफ फसल धान की बोनी अब तक 14.72 लाख हेक्टेयर में हुई है जो गत वर्ष इस समय तक 8.12 लाख हेक्टेयर में बोई गई थी।
इसी प्रकार प्रदेश में अब तक मक्का 13.83 लाख हे. में, तुअर 3.01, उड़द 8.44, मूंगफली 1.81 एवं तिल 1.02 लाख हे. में तथा कपास की बुवाई 5.53 लाख हेक्टेयर में की गई है।
जानकारी के मुताबिक राज्य में अब तक कुल खाद्यान्न फसलें 29.93 लाख हेक्टेयर में, कुल दलहनी फसलें 12.40 लाख हेक्टेयर में एवं कुल तिलहनी फसलें 44.72 लाख हेक्टेयर में बोई गई है।
प्रदेश में प्रमुख फसलों की बुवाई स्थिति
12 जुलाई 2021 तक ( लाख हे. में ) | ||
फसल | लक्ष्य | बुवाई |
सोयाबीन | 61.65 | 41.86 |
धान | 33.46 | 14.72 |
ज्वार | 1.50 | 0.81 |
मक्का | 14.92 | 13.83 |
अरहर | 3.82 | 3.01 |
उड़द | 13.84 | 8.44 |
मूंगफली | 3.27 | 1.81 |
तिल | 4.31 | 1.02 |
कपास | 6.07 | 5.53 |
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