तीन दिन में शुरू हो सकती है प्रदेश से मानसून की विदाई
गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक धार में 14 मिलीमीटर बारिश हुई।
गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार
राजस्थान और उसके आसपास एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के कारण वातावरण से नमी कम होने के सिलसिला शुरू हो गया है।
राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र और गुजरात के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई भी शुरू हो गई है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तापमान बढ़ा हुआ रहने के कारण जबलपुर, होशंगाबाद के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।
तीन दिन में मध्यप्रदेश के कुछ जिलों से मानसून की विदाई शुरू हो सकती है।
बौछारें पड़ने की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक धार में 14 मिलीमीटर बारिश हुई।
राजधानी में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्रीसेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा।
न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्रीसे.रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा।
वातावरण में नमी मौजूद रहने के कारण आंशिक बादल बने हुए हैं। इससे उसम बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में अभी भी काफी नमी मौजूद है।
जिसके चलते कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। अरब सागर से भी कुछ नमी आ रही है।
तापमान बढ़ा हुआ रहने के कारण दोपहर के बाद गरज-चमक की स्थिति बन जाती है।
शुक्रवार को जबलपुर, होशंगाबाद संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है।
मानसून की विदाई संभव है
भोपाल, इंदौर संभागों के जिलों में बूंदाबांदी होने के आसार हैं। शुक्ला ने वर्तमान में राजस्थान और उसके आसपास एक प्रति चक्रवात बना हुआ है।
इस सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदलने लगा है। साथ ही पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे गुजरात के इलाकों से मानसून की विदाई शुरू हो गई है।
तीन-चार दिन में मध्य प्रदेश से भी मानसून की विदाई संभव है।
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