धान की खेती करने वाले किसानों के सामने कई तरह की चुनौतियां खड़ी होती हैं। जैसे कि धान में तरह-तरह के फंगस बैक्टीरिया लगना। जिससे धान की फसल रोग के कब्जे में आ जाती है।
जिससे उपज कम होती है। लेकिन आज हम आपको यहां पर एक घरेलू नुस्खा बताने जा रहे हैं। जिससे सस्ते में आप धान की फसल को रोगों से बचा सकते हैं।
दरअसल हम नींबू के घोल की बात कर रहे हैं तो चलिए जानते हैं नींबू का यह घोल कैसे धान की फसल के लिए फायदेमंद है।
नींबू के घोल के फायदे
नींबू के घोल के फायदे के बारे में पहले हम जान लेते हैं इसके बाद इसे बनाने और इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में भी जानेंगे। जिसमें फायदा की बात करें तो नींबू का घोल धान की फसल में डालने से पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
क्योंकि नींबू में विटामिन सी के साथ कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें प्राकृतिक रूप से साइट्रिक एसिड रहता है। यह एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल का काम करता है।
जिससे पौधे में फफूंद कीट आदि लगने की समस्या कम हो जाती है। यह पौधों को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है और ज्यादा उपज भी इससे किसानों को मिलेगी।
तब चलिए जानते हैं इसका इस्तेमाल कैसे करना है। क्योंकि गलत तरीके से इस्तेमाल करने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ऐसे करना है इस्तेमाल
अगर आप इस नींबू के घोल का इस्तेमाल करना चाहते हैं तब बता दे कि इसके लिए आपको एक लीटर पानी में दो नींबू का रस मिलाकर घोल तैयार करना है, और फसलों में छिड़कना है।
यहां पर बताया जा रहा है कि डायरेक्ट नींबू का रस पौधों में नहीं डाला जाता है। नहीं तो पत्तियां जल जाती हैं।
नींबू से पौधों को कई तरह के फायदे होते हैं और यह एक सस्ता उपाय है। जिन किसानों के घर में नींबू होगा वह तो मुफ्त में इस घोल को बना सकते हैं।
लेकिन इस्तेमाल करने से पहले अपने अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते है।
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