लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए एक बार फिर पीएम मोदी ने किसानों के लिए बनाए गए कृषि कानूनों का समर्थन किया.
इस मुद्दे पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि “आंदोलन कर रहे किसानों का सम्मान है, हम उनका आदर करते हैं और इसलिए हमारी सरकार लगातार उनसे बातचीत करने को तैयार है.”
वहीं किसानो की शंकाओं का जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि “विविधिताओं से भरे इस देश में किसी भी कानून से हर कोई खुश नहीं हो सकता, लेकिन हमारी सरकार विकट और विपरीत काल में भी ऐसे फैसले लेने का साहस करती है, जिससे अधिक से अधिक लोगों का भला हो.”
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वैकल्पिक कानूनों पर हंगामा क्यों
कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए पीएम ने सवाल किया कि जब कानून एक विकल्प के रूप में किसानों के लिए लाया गया है, तो इसको लेकर इतना हंगामा क्यों?
साथ ही प्रधानमंत्री ने विरोध कर रहे सभी नेताओँ से पूछा कि “ना तो किसानों का कोई हक गया है, ना ही मंडी बंद हुई है और ना एमएसपी समाप्त हो रही है, फिर आंदोलन और विरोध क्यों किया जा रहा है.”
अफवाहों के जरिए माहौल खराब कर रही है विपक्ष
पीएम ने एक बार फिर कहा कि “आंदोलन कर रहे किसानों को बहलाया गया है और अफवाहों के जरिए लगातार माहौल खराब करने की कोशिश हो रही है.
अगर कांग्रेस हमारे साथ कृषि कानूनों पर बात करती तो किसानों तक कंटेट और इंटेट सही पहुंच पाता.” कृषि कानूनों को समाज की प्रगति के लिए अनिवार्य बताते हुए मोदी ने इसकी तुलना पहले से बन चुके कई अलग कानूनों से भी की.
पीएम ने दिया भरोसा
पीएम ने संसद में आज एक बार किसानों को भरोसा दिया कि नए कानूनों के बनने से किसानों का कोई नुकसान नहीं होगा और पुरानी मंडी व्यवस्था बनी रहेगी.
हमारी सरकार पुरानी मंडियो पर पाबंदी नहीं लगाएगी और न ही एमएसपी को समाप्त करेगी.
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स्त्रोत : कृषि जागरण
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