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भोपाल, होशंगाबाद, उज्‍जैन, इंदौर समेत प्रदेश के कुछ हिस्‍सों में सकती हैं बौछारें

 

तीन दिन बाद मानसून की गतिविधियों में आएगी तेजी।

 

फिर शुरू हो सकता है झमाझम बारिश का सिलसिला।

 

अरब सागर से लगातार आ रही नमी और विभिन्न स्थानों पर बने वेदर सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने के आसार हैं।

उधर बंगाल की खाड़ी में गुरुवार को हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने जा रहा है। इस सिस्टम के 11 जुलाई को कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है।

इसके प्रभाव से शिथिल पड़ा मानसून फिर आगे बढ़ने लगेगा। साथ ही राजधानी सहित मध्यप्रदेश के कई स्थानों पर बरसात का दौर शुरू हो सकता है।

मौसम विज्ञानियों ने बुधवार-गुरुवार को भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, एवं चंबल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।

 

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मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सीतामऊ, धंधड़का में छह, कोलारस में तीन, जावर, नेपानगर, झिरन्या, सुवासरा, मेहगांव, गढ़ाकोटा, कोतमा, हुजूर में दो, नागौद, अमरकंटक, मैहर, रायपुर कर्चुलियान, सतना, महिदपुर, राणापुर, डबरा, ईशागढ़, खाचरौद में एक सेंटीमीटर बरसात हुई।

 

कहां-कहां सक्रिय हैं वेदर सिस्टम

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पूर्वी उत्तरप्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

उत्तरी पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

इसके अतिरिक्त झारखंड से लेकर ओडिशा तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आ रही है।

उधर, अरब सागर से भी कुछ नमी मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है।

तापमान बढ़ा हुआ रहने के कारण बुधवार-गुरुवार को राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।

 

तीन-चार दिन बाद बढ़ेंगी मानसून की गतिविधियां

शुक्ला ने बताया कि गुरुवार को बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के बीच हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने के संकेत मिले हैं।

इस सिस्टम के 11 जुलाई को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर आगे बढ़ने के आसार हैं।

इससे मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा।

इससे पूरे प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में तेजी आएगी।

 

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