योजना का लाभ
सोलर रूफ टॉप योजना के तहत सोलर पैनल अपने घर या हाउसिंग सोसाइटी के की छत पर लगा सकते हैं.
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बिजली के बिल की बचत होगी. 25 सालों तक पैनल खराब नहीं होते हैं.
केंद्र सरकार इन दिनों लगातार ग्रीन एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके हैं खत्म होने वाले प्राकृतिक संसाधनों का दोहम कम हो सके.
इसी के तहत सरकार द्वारा पूरे देश में सोलर रुफटॉप योजना चलायी जा रही है.
इसके तहत उपभोक्ताओं के घरों की छत पर सोरल प्लेट लगाये जाएंगे. जिससे वो बिजली का इस्तेमाल कर पाएंगे.
इससे उनके बिजली की बिल में कमी आयेगी.
योजना का क्रियान्वयन राज्यों के विद्युत् वितरण कंपनियों के द्वारा किया जा रहा है.
अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ सकें इसके लिए बिजली कंपनियों द्वारा कई प्रयास किये जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश ऊर्जा विभाग द्वारा भी ऐसा ही प्रयास किया जा रहा है, मध्यप्रदेश में लोगों को योजना के विषय में जानकारी देने के लिए 23 एवं 24 अगस्त को सोलर रूफटॉप की जन-जागृति के लिए अमृत महोत्सव मनाने का फैसला किया गया है.
सोलर रूफ टॉप अमृत महोत्सव
भारत सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय एवं मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के अंतर्गत म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर एवं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर द्वारा 23 एवं 24 अगस्त को सोलर रूफटॉप की जन-जागृति के लिए अमृत महोत्सव मनाया जाएगा.
महोत्सव में राज्य की तीनों वितरण कंपनियों द्वारा सोलर रूफटॉफ के लिए उपभोक्ताओं में जन-जागृति के लिए कार्यक्रम, सेमिनार और शिविर आयोजित किये जाएंगे.
प्रदेश के लोगों को इस योजना के प्रति जागरुक करने के लिए भोपाल सहित मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में 150 से अधिक कैंप लगाए जाएंगे.
यह कैंप विभिन्न शहरों में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी, रेसिडेन्सीयल वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से आयोजित किए जाएंगे.
अकेले भोपाल शहर में ही लगभग 32 कैंपस को टार्गेट किया गया है जहां पर सोलर रुफटॉप योजना के तहत कैंप लगाए जाएंगे.
इस मौके पर 24 अगस्त को आईएएस गेस्ट हाउस, चार इमली में भी जन-जागृति शिविर लगाया जाएगा.
सोलर रूफटॉप के फायदे
सोलर रूफ टॉप योजना के तहत सोलर पैनल अपने घर या हाउसिंग सोसाइटी के की छत पर लगा सकते हैं.
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बिजली के बिल की बचत होगी. 25 सालों तक पैनल खराब नहीं होते हैं.
तो इसे लगाने में जो भी पूंजी लगती है उसकी भारपाई चार से पांच वर्षों में हो जाएगी.
इसके बाद अगले 20 सालों तक ग्राहकों को मुफ्त में बिजली की व्यवस्था हो जाएगी. पावर कट की भी समस्या नहीं रहेगी.
सोलर एनर्जी ग्रीन एनर्जी है तो इससे प्रदूषण नहीं होगा और पर्यावरण को इसका लाभ मिलेगा.
सरकार से मिलनेवाली सब्सिडी
भारत-सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा सोलर पैनल योजना के तहत सोलर पैनल लगवाने पर ग्राहकों को सब्सिडी दी जाती है.
3 किलोवाट क्षमता तक के संयंत्र लगाने पर 40 प्रतिशत अनुदान तथा 3 किलोवॉट से 10 किलोवाट क्षमता तक 20 तक सब्सिडी दी जाती है.
कितनी है कीमत
1 कि.वा. से 3 कि.वा. तक : 37000 प्रति किलोवाट
3 कि.वा. से ऊपर -10 कि.वा. तक : 39800/- प्रति किलोवाट
10 कि.वा. से ऊपर -100 कि.वा. तक : 36500/- प्रति किलोवाट
100 कि.वा. से ऊपर -500 कि.वा. तक : 34900/- प्रति किलोवाट
इस राशि में सब्सिडी भी शामिल है. तीन किलोवाच के लिए सब्सिडी घटाकर एजेन्सी को 66600 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा.
कैसे करें आवेदन
सोलर संयत्र लगाने के इच्छुक लोग अपने क्षेत्र से संबंधित डिस्कॉम या बिजली कार्यालय में जाकर सम्पर्क कर आवेदन जमा कर सकते हैं .
इसके अलावा अधिक जानकारी के लिए, संबंधित डिस्कॉमसे संपर्क करें या एमएनआरई के टोल फ्री नंबर 1800-180-3333 पर फोन से जानकारी हासिल सकते हैं.
साथ ही कंपनी की वेबसाईट portal.mpcz.in के मुख्य पृष्ठ पर देखें या टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क करें.
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