देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार कृषि के साथ ही साथ सहायक गतिविधियों जैसे मछली पालन, पशु पालन, मधुमक्खी पालन आदि को बढ़ावा दे रही है।
अधिक से अधिक किसान इस क्षेत्र से जुड़ सकें इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ भी चलाई जा रही हैं।
इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 दिसंबर के दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की।
मछली पालन से आय में वृद्धि
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभा को भी संबोधित किया।
इस कार्यक्रम में देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के जन प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने हरिद्वार के लाभार्थी गुरदेव सिंह से बातचीत की।
दरअसल गुरदेव सिंह एक किसान हैं और वह मछली पालन करते हैं।
मत्स्य संपदा योजना से किसान की आय हुई दुगनी
मछली पालक किसान गुरदेव सिंह ने प्रधानमंत्री को बताया कि उन्होंने कैसे मत्स्य सम्पदा योजना का लाभ उठाया और अपनी आय दोगुनी की।
किसान ने बताया कि वह अपनी एक एकड़ जमीन से 60 हजार रुपये कमाते थे, अब मछली पालन कर उसी जमीन से 1.5 लाख रुपये कमा लेते हैं।
इससे उनकी आय में काफी बढ़ोतरी हुई है।
इसे देखते हुए पीएम मोदी ने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए इस नवाचार के लिए उनकी सराहना की।
प्रधानमंत्री ने पशुपालन, मत्स्य पालन, शहद उत्पादन के जरिए कृषि आय बढ़ाने के उपायों पर जोर दिया।
साथ ही उन्होंने हरित क्रांति और श्वेत क्रांति के साथ-साथ मीठी क्रांति और नीली क्रांति के महत्व पर भी जोर दिया।
आधुनिक खेती करने वाले किसान से हुए प्रभावित
वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री ने तिरुवल्लूर के किसान हरिकृष्णन से भी बातचीत की।
किसान थिरु हरिकृष्णन को खेती और बागवानी के लिए कृषि विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया गया है।
यह किसान खेती के लिए ड्रोन और अन्य आधुनिक तौर-तरीकों का उपयोग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने अच्छी शिक्षा के बाद खेती को अपनाने वाले शिक्षित किसान की सराहना की।
वे किसान कल्याण से संबंधित अधिकांश सरकारी योजनाओं और आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं।
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