किसान कंफ्यूज न हो
किसानों में खाद के रेट को लेकर इस वर्ष कन्फ्यूजन पैदा हो गया है। डीएपी यूरिया एवं सुपर खादके वास्तविक रेट यह है।
केंद्र सरकार द्वारा खाद पर सब्सिडी बढ़ाने के पश्चात एवं मध्य प्रदेश की उर्वरक समन्वय समिति की बैठक में सिंगल सुपर फास्फेट यानी कि सुपर खाद के रेट में बढ़ोतरी किए जाने के बाद अधिकांश किसानों में खाद के रेट को लेकर यह कन्फ्यूजन इसलिए भी पैदा हुआ के अलग-अलग राज्यों में खाद के रेट अलग-अलग हैं।
ऐसे में वहां पर सब्सिडी भी अलग-अलग निर्धारित है।
उर्वरक समन्वय समिति की बैठक के पश्चात मध्यप्रदेश में सुपर खाद के रेट बढ़ाए गए थे।
इसके पश्चात डीएपी एवं यूरिया के रेट को लेकर किसानों में यह अफवाह फैल गई कि इनके रेट भी कम ज्यादा हुए हैं, तो आइए जानते हैं सुपर डीएपी एवं यूरिया खाद के वास्तविक रेट –
डीएपी खाद पर बढ़ाई सब्सिडी
मध्य प्रदेश के कई भागों में खरीफ सीजन की बोवनी का कार्य शुरू हो चुका है।
खरीफ सीजन के लिए किसानों को डीएपी एवं सुपर खाद की अत्यधिक आवश्यकता रहती है।
मध्य प्रदेश सरकार 70% खाद की उपलब्धता किसानों को सेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से करवाती है।
खाद की उपलब्धता सरकार किसानों को सेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से करवाती है।
इसके अलावा 30% खाद खुले बाजार में भी खाद विक्रय होता है।
हाल ही में सरकार ने डीएपी खाद पर सब्सिडी बढ़ाई किंतु सब्सिडी बढ़ाने के पश्चात भी खाद पुराने रेट से अधिक दाम पर मिल रही है।
वर्तमान में डीएपी सहित अन्य उर्वरकों के भाव यह है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों के कच्चे माल बढ़ोतरी के बाद खाद का आयात शुल्क अधिक हो गया जिसके कारण केंद्र सरकार ने किसानों को राहत प्रदान करते हुए डीएपी पर 5 गुना सब्सिडी बढ़ा दी सब्सिडी रहित डीएपी खाद की एक बोरी 3851 की हो गई है।
लेकिन किसानों को सब्सिडी के साथ यह बोरी 1350 रुपए में मिलेगी यानी कि सरकार द्वारा डीएपी खाद की एक बोरी (50 kg) पर अब 2501 रुपए की सब्सिडी दी जा रही है।
इस बात की पुष्टि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने की।
केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के अनुसार 2020-21 में डीएपी के प्रति बोरी पर 512 रुपए की सब्सिडी दी जाती थी।
सब्सिडी बढ़ाए जाने के पहले डीएपी खाद की एक बोरी 1200 रुपए में मिल रही थी।
लेकिन सब्सिडी बढ़ाए जाने के पश्चात कुछ सीमा तक डीएपी खाद के रेट में बढ़ोतरी हुई है।
अब इस समय डीएपी का एमआरपी 1350 रुपए है, जो कि उतनी ही रहेगी। यानी कि डीएपी खाद की एक बोरी 1350 रुपए में ही मिलेगी।
अन्य उर्वरकों के यह भाव
भारतीय कंपनी इफको ने खरीफ सीजन 2022 के लिए खाद और उर्वरकों की कीमत जारी की है।
इफको ने यूरिया 266.50 रुपये प्रति बैग (45 किलो), DAP 1,350 रुपये प्रति बैग (50 किलो), NPK 1,470 रुपये प्रति बैग (50 किलो), MOP 1,700 रुपये प्रति बैग (50 किलो) भाव जारी किए हैं।
केंद्र सरकार ने इस बार NPK आधारित खाद के दामों को स्थिर रखने के लिए कंपनियों को सब्सिडी देने का फैसला किया था।
यही कारण है कि इस बार खाद उर्वरकों के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
सुपर खाद के भाव में बढ़ोतरी हुई
सरकार ने सिंगल सुपर फास्फेट की 50 किलो की एक बोरी किसानों को अब 425 रुपये में मिलेगी।
यह वृद्धि पिछले साल की तुलना में ₹151 प्रति बोरी है। सुपर खाद के भाव में वृद्धि का यह फैसला उर्वरक समन्वय समिति की बैठक में हुआ।
पिछले दिनों मध्य प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेंद्र सिंह की अध्यक्षता में उर्वरक समन्वय समिति की बैठक हुई, जिसमें सिंगल सुपर फास्फेट की दर तय की गई।
अब किसानों को सिंगल सुपर फास्फेट पाउडर की बोरी अब 274 रुपये की जगह 425 रुपये (151 रुपये वृद्धि) में मिलेगी। वहीं, दानेदार खाद 304 रुपये की जगह अब 465 (161 रुपये वृद्धि) रुपये में मिलेगी।
70% खाद किसानों को सेवा सहकारी संस्थाओं से मिलेगा
कृषि विभाग एवं सहकारिता विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक मध्य प्रदेश के एक लाख 31 हजार टन खाद किसानों को वितरित किया जा चुका है। अग्रिम भंडारण योजना में किसानों से ब्याज नहीं लिया जाता है।
किसानों को 70 प्रतिशत खाद सेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से उपलब्ध करवाया जाता है।
इस बार सरकार की कोशिश यही है कि किसानों को सीजन के समय खाद के लिए परेशान न होना पड़े।
दरअसल पिछले वर्ष डीएपी और यूरिया को लेकर आपूर्ति व्यवस्था गड़बड़ा गई थी और सरकार को नकद विक्रय केंद्रों की संख्या बढ़ानी पड़ी थी।
डीएपी, यूरिया एवं अन्य उर्वरकों के सब्सिडी रहित रेट
वैश्विक स्तर पर खाद/उर्वरक के निर्माण में काम आने वाले कच्चे माल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
जिसके कारण कई देशों में खाद/उर्वरक के दाम आसमान छू रहे हैं। देश में भी खाद की कीमतों को बढ़ाने का दबाव था।
लेकिन सरकार ने इन पर सब्सिडी बढ़ाकर किसानों को एक बड़ी राहत दी है।
बिना सब्सिडी के यूरिया- 2,450 रुपये प्रति बैग (45 किलो), DAP 4,073 रुपये प्रति बैग (50 किलो), NPK 3,291 रुपये प्रति बैग (50 किलो), MOP 2,654 रुपये प्रति बैग (50 किलो) मिलता।
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