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गन्ने की फसल, इस विधि से मिलेगी 30% अधिक पैदावार

गन्ने की फसल

 

गन्ने का सीजन आते ही सभी किसान भाई अपने खेत में इसकी खेती की तैयारियों में जुट जाते हैं.

ताकि वह समय पर अधिक मुनाफा प्राप्त कर सके.

अगर आप भी गन्ने की खेती से अच्छा लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो यह लेख ज़रूर पढ़ें….

 

देश के किसान भाइयों के लिए गन्ना मुख्य नकदी फसल में से एक है.

इसकी खेती से किसानों को डबल मुनाफा होता है, क्योंकि यह देश में चीनी का एक मात्र मुख्य स्त्रोत है.

इसी कारण से किसान गन्ने के सीजन (अक्टूबर–नवम्बर) में इसकी खेती सबसे अधिक करते हैं.

अगर आप भी अपने खेत से अच्छा मुनाफा कमाने के लिए गन्ने की खेती करने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.

 

डबल लाभ

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनियाभर में चीनी का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश भारत है.

एक रिपोर्ट से पता चला है कि अकेले भारत में गन्ने की फसल की अनुमानित उत्पादकता 77.6 टन प्रति हेक्टेयर और वहीं उत्पादन क्षमता लगभग 306 मिलियन टन होती है.

संभवतः गन्ने की खेती हर एक किसान करता है, लेकिन अच्छा मुनाफा उसे ही प्राप्त होता है, जो इसकी खेती की अच्छी और उन्नत तरीके की विधि से खेती करता है.

आप भी गन्ने की उन्नत विधि को अपनाकर अपने खेत में गन्ने की बिजाई करें जिससे आपको भी डबल लाभ प्राप्त हो सके.

 

ट्रेंच विधि या फिर गड्ढा विधि

अगर आप गन्ने की फसल से अधिक लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप इस तरीके को अपनाकर लगभग 30 प्रतिशत से अधिक गन्ने की पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.

इस विधि के लिए आपको अधिक कुछ करने की भी जरूरत नहीं होती है.

  • यह एक परम्परागत विधि है, जिसमें पानी की मात्रा बेहद कम लगती है.
  • इस विधि के द्वारा खरपतवार कम और खाद का सही इस्तेमाल होता है.
  • इसमें आपको खेत में गन्ने की बिजाई करने के लिए लगभग 1 फीट गहरी 1 फीट चौड़ी नालियों को तैयार करना होता है.
  • इसके बाद इन नालियों में कम से कम 25cm लंबे 2 से 3 आंख वाले गन्ने लगाए जाते हैं.
  • इस विधि में गन्ने से गन्ने की दूरी 10cm और नालियों की दूरी 4 फीट तक होनी चाहिए.

इस विधि की सबसे अच्छी खासियत यह है कि आप एक साथ दो फसल की खेती कर सकते हैं.

किसान खेत में गन्ने के साथ दूसरी दलहनी फसल भी लगा सकते हैं.

ऐसा करने से किसान को डबल मुनाफा तो होगा ही साथ ही खेत की उर्वरा शक्ति में भी बढ़ोतरी होगी.

 

खाद की मात्रा

अगर आप अपने खेत में ट्रेंच विधि या फिर गड्ढा विधि से गन्ने की खेती करते हैं, 

तो आपको एक एकड़ खेत के लिए लगभग 80kg नाइट्रोजन, 30kg फास्फोरस और 25kg पोटाश डालना चाहिए.

ध्यान रहे कि बुवाई के समय आपको फसल में नाइट्रोजन का तीसरा हिस्सा डालना है. ताकि फसल अच्छे से तैयार हो सके.

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