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₹30 का यह पत्थर फसलों के लिए है वरदान, 30% बढ़ा देगा उत्पादन

  1. जानिए कैसे करें इसका इस्तेमाल

फसलों का उत्पादन खेत की मिट्टी पर भी निर्भर करता है। खेत की मिट्टी जितनी अच्छी होगी उत्पादक उतना बढ़िया मिलता है।

जिसमें खेत का पीएच मान भी देखा जाता है। विभिन्न फसलों के लिए अलग-अलग तरह के पीएच मान वाली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है।

जिसमें 7.5 से ज्यादा पीएच मान वाली मिट्टी छारीय मिट्टी होती है। ऐसी मिट्टी में अगर किसान खाद डालते हैं तो वह मिट्टी में जम जाती है।

जिसकी वजह से फसल खाद का सिर्फ 30% ही ग्रहण करती है। यही वजह है की उपज कम मिलती है।

लेकिन आज हम जिस पत्थर की बात कर रहे हैं उसका इस्तेमाल करके किसान उपज बढ़ा सकते हैं और यह बहुत सस्ता पत्थर है।

इससे आपकी फसल ज्यादा खाद ग्रहण करेगी और उपज कई गुना ज्यादा बढ़ जाएगी। जिसमें 30 प्रतिशत तक बढ़ने के अनुमान है तो चलिए आपको इस पत्थर के बारे में बताते हैं।

 

पोटेशियम एल्युमिनियम सल्फेट (फिटकरी)

दरअसल हम बात कर रहे हैं फिटकरी की, जिसे Alum कहा जाता है, यह पोटेशियम, एल्यूमिनियम और सल्फेट है। जिससे यह फसलों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है।

आपको बता दे कि यह 30% तक उत्पादन बढ़ाने में मदद करेगा। क्योंकि इसका इस्तेमाल करने से मिट्टी का पीएच मान बैलेंस हो जाता है।

जिसकी वजह से आप जो खाद डालेंगे उसका पूरा पोषण पौधे को मिलेगा।

दोगुनी रफ्तार से पौधा पोषण ग्रहण करेगा और उसी तरह से उसकी ग्रोथ भी तेज हो जाएगी। जिससे उत्पादन भी बढ़िया मिलेगा। चलिए जानते हैं इसका इस्तेमाल कैसे करना है।

 

फसलों में ऐसे करें फिटकरी का इस्तेमाल

अगर आपकी भी मिट्टी का पीएच मान ज्यादा है और उत्पादन में कमी आ रही है।

खाद डालने से भी प्रभाव नहीं पड़ रहा है तो फिर आप फिटकरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे मिट्टी का पीएच मान बराबर होगा और जो भी खाद डालेंगे उसका पूरा पोषण पौधों को मिलेगा।

तो इसके लिए आपको क्या करना है कि खड़ी फसल में सिंचाई के दौरान फिटकरी का इस्तेमाल करना है।

फिटकरी आपको 20 से 30 रुपए किलो मिल जाएगी। इस तरह यह एक सस्ता उपाय है। लेकिन इस्तेमाल करने से पहले कृषि विशेषज्ञ से जरूर इस बारे में चर्चा करें।

सभी किसान के खेत की मिट्टी अलग-अलग होती है। इसका प्रभाव अलग-अलग देखने को मिलेगा ।

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