मध्यप्रदेश के आधे हिस्से में शुक्रवार को भी मौसम बदला रहेगा।
भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम-शहडोल संभाग समेत इंदौर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, धार, सागर, पन्ना और सतना में हल्की बारिश हो सकती है।
अन्य शहरों में भी बादल छाने, गरजने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मौजूदा सिस्टम 25 अप्रैल तक एक्टिव रहेगा।
इसके बाद धूप खिलेगी, लेकिन 29-30 अप्रैल को फिर से नया सिस्टम एक्टिव होगा।
29 अप्रैल को फिर नया सिस्टम एक्टिव होगा
मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि एक ट्रफ लाइन तेलंगाना से तमिलनाडु होते हुए गुजर रही है।
वहीं, साउथ राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है। इन दो सिस्टम की वजह से प्रदेश में मौसम बदला हुआ है।
गुरुवार को भोपाल, जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा, सागर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर समेत कई जिलों में बारिश हुई, जबकि सिवनी, बालाघाट, उज्जैन, इंदौर, आगर, सीहोर, धार, राजगढ़, बैतूल, देवास, रायसेन आदि जिलों में बादल छाए रहे थे।
शुक्रवार को भी हल्की बारिश, आंधी चलेगी। बादलों की गड़गड़ाहट के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
चार जिलों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से कम
मध्यप्रदेश में गुरुवार की रात सीधी में सबसे गर्म रही। यहां न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।
दतिया में न्यूनतम पारा 25.9 रिकॉर्ड हुआ। खजुराहो और नौगांव में यह 25.0 रहा।
17 डिग्री के साथ पचमढ़ी की रात सबसे ठंडी रही। धार में रात का पारा 19.4, मलाजखंड में 19.5, उज्जैन में 19.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।
दतिया | 25.9 (तापमान डिग्री सेल्सियस में) |
सतना | 24.2 |
टीकमगढ़ | 24.0 |
राजगढ़ | 23.5 |
रतलाम | 23.2 |
दमोह | 22.6 |
गुना | 22.5 |
नर्मदापुरम | 22.4 |
खरगोन | 22.2 |
रायसेन | 22.0 |
उमरिया | 22.0 |
रीवा | 21.6 |
मंडला | 21.5 |
बैतूल | 20.8 |
सिवनी | 20.6 |
छिंदवाड़ा | 20.5 |
नरसिंहपुर | 20.4 |
सागर | 20.0 |
खंडवा | 20.0 |
दिन का तापमान भी 4.7 डिग्री तक लुढ़का
बारिश की वजह से मौसम में ठंडक भी घुल गई है। कई शहरों में तापमान काफी गिर चुका है।
पचमढ़ी में तो दिन का तापमान 29.8 डिग्री तक पहुंच चुका है। गुरुवार को एक ही दिन में यहां 4.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
भोपाल में तापमान 2.3 डिग्री लुढ़का। गुरुवार को यहां अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री, इंदौर में 37.6, ग्वालियर में 39.5 और जबलपुर में तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम वैज्ञानिक हुसैन ने बताया कि मौजूदा सिस्टम की वजह से 25 अप्रैल तक पारे में बढ़ोतरी की कम ही संभावना है।
इसके बाद भी तापमान में गिरावट होगी। दूसरी ओर नया सिस्टम भी एक्टिव हो रहा है, इसलिए अप्रैल में तेज गर्मी का असर कम होने के आसार हैं।
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