राजगढ़ (धार)।
अब तक भाव के लिए परेशान हो रहे किसानों के लिए राहत भरी खबर है।
मंडी में एकाएक गेहूं के भावों में उछाल आ गया है। 1800 से 1900 रुपये के आसपास जस-तस बिक रहे गेहूं के लिए अब किसानों को समर्थन मूल्य से भी ज्यादा भाव मिलने लगा है। इसकी शुरुआत शनिवार से हुई।
दरअसल, मंडी में शनिवार को गेहूं की जो आवक हुई, उसमें अधिकतम भाव 2050 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए। इससे कई किसानों के चेहरों से मायूसी हटी है। हालांकि कई किसानों के लिए दो दिन पहले बरसी मुसीबत ने हंसी छीन ली है, लेकिन अब जिस तरह से भाव बढ़ने लगे हैं, उससे मामूली राहत जरूर मिल सकती है।
मंडी के प्रांगण प्रभारी लखन जोशी ने भावों की पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार को करीब चार हजार क्विंटल गेहूं की आवक दर्ज की गई।
अधिकतम भाव जहां 2050 रुपये प्रति क्विंटल तक रहे, तो वहीं माडल भाव 1800 रुपये तक रहे हैं।
गौरतलब है कि इस बार सरकार ने समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल तय किए हैं।
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बारिश और ओले का नजर आने लगा असर
जानकार बताते हैं कि बारिश और ओले की वजह से क्षेत्र में जिस तरह से फसलों को नुकसान हुआ है, उससे अब बची हुई फसल के बेहतर दाम मिलने की संभावनाएं प्रबल हो गई है। इसी का असर है कि शनिवार को मंडी में अब तक के गेहूं के उच्चतम भाव रहे हैं।
अच्छे गेहूं का तो मिलेगा ही दाम
एक तरफ जहां मंडी के अधिकारियों और व्यापारियों का कहना है कि अच्छे गेहूं का दाम तो मिलेगा ही, वहीं दूसरी तरफ किसानों ने भी इस बात को माना है कि यदि गेहूं की गुणवत्ता बेहतर होगी, तो भाव बेहतर ही मिलेंगे।
source : naidunia
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